शास्त्र पूजन का अर्थ है शक्ति की आराधना : सुषमा पांडेय

 

गोरखपुर। आज विश्व हिंदू परिषद के दुर्गा वाहिनी और मातृशक्ति संगठन ने संयुक्त रूप से आज गोरखपुर नगर में स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में दुर्गा अष्टमी पूजन एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया जिसकी मुख्य वक्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुषमा पांडेय रहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध समाजसेवी सुधा मोदी ने किया एवं कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में गोरखपुर पब्लिक स्कूल के प्रबंधकीआ श्रीमती चारु चौधरी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य अतिथि के द्वारा मां जगत जननी अंबे के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया तत्पश्चात सभी बहनों ने शस्त्र के पूजना की। शस्त्र पूजन के पश्चात कार्यक्रम की प्रस्तावना महानगर दक्षिणी संयोजिका विनीता पांडेय ने रखा।

उपस्थित माताओं बहनों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सुषमा पांडेय ने कहा कि स्त्री देवी स्वरूपा है और जिस प्रकार हमारे देवताओं ने अपने रूप में देवियों का भी धारण किया है इसका अर्थ है कि आदि काल से ही स्त्री और पुरुष दोनों मिलकर इस समाज को चलाते हैं आज के बदलते परिवेश में और जिस प्रकार हिंदू विरोधी शक्तियां सामने आ रही हैं माताओं बहनों का भूमिका बढ़ जाता है वह अपने आने वाली पीढ़ी को हिंदू धर्म संस्कृति संस्कार रूपी दूध का पान कराएं ताकि वह आगे बढ़कर सशक्त हिंदू समाज के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वाह कर सकें जैसा कि आज जम्मू कश्मीर में देखने को मिल रहा है कि हमारे निहत्थे पर हिंदू भाइयों कायरता पूर्ण हमले हो रहे है। ऐसे बदलती परिस्थिति में माताओं को भी शस्त्र और शास्त्र दोनों का धारण करना पड़ेगा हम किसी से कम नहीं ऐसी भावना के साथ अपने आपको मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत करना पड़ेगा।

उन्होंने आगे कहा कि शस्त्र पूजन का अर्थ होता है शक्ति की आराधना करना, नवरात्र के दिनों में शस्त्र पूजन कर शक्ति की आराधना की जाती है। सिर्फ वर्ष में एक बार शस्त्र पूजन नहीं करना है, मगर शक्ति की आराधना पूरे वर्ष करनी है। प्रतिदिन समय निकालकर आत्मरक्षा के लिए मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की बहनों को शस्त्र चलाने का अभ्यास करना चाहिए। 

नारी अबला नहीं सबला है

यह बात विश्व हिंदू परिषद, मातृशक्ति, दुर्गा वाहिनी द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में चारु चौधरी एवं सुधा मोदी ने संयुक्त रूप संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि नारियों को आज अपने पढ़ाई के साथ-साथ अपने शारीरिक शिक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए उनको यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार मा दुर्गा रानी लक्ष्मीबाई अहिल्याबाई होलकर जैसी वीरांगनाओं ने एक हाथ में बच्चे को दूसरे हाथ में शस्त्र लेकर दुश्मनों के दांत खट्टे किए आज फिर वही परिस्थितिया व समय आ गया है हमें अपने घर परिवार को साथ देखते-देखते धर्म और समाज के लिए भी निकलना पड़ेगा और साथ में अपने बहनों को ज्यादा से ज्यादा संख्या प्रशिक्षित करना पड़ेगा। विश्व हिंदू परिषद मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी का 7 दिन का प्रशिक्षण वर्ग लगाता है इसमें बहने जाएं ताकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास व उनके अंदर से डर की भावना समाप्त हो और जिस दिन नारी ने काली का रूप धारण कर लिया तो दुष्टों का संहार निश्चित है और नारी शक्ति के आगे कोई भी ताकत रुक नहीं सकती। 

आए अतिथियों का आभार ज्ञापन उत्तरी भाग मातृशक्ति संयोजिका रागिनी श्रीवास्तव ने और कार्यक्रम का संचालन वसुधा पांडेय ने किया किया

अतिथियों के साथ कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में माता व बहनों ने शस्त्र पूजन किया।

 इस मौके पर पूर्व प्रान्त मातृशक्ति संयोजिका मनीषा चतुर्वेदी मातृशक्ति सहसंयोजिका रीता शर्मा दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका स्वीटी जायसवाल, दुर्गा वाहिनी जिला सहसंयोजिका वशुधा, मधु पोद्दार, मेघना रणदीप कौर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री परमेश्वर कुमार बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक दुर्गेश त्रिपाठी जिला अध्यक्ष परमानंद जी महानगर संगठन मंत्री रोहित कुमार प्रांत धर्माचार्य संपर्क प्रमुख विष्णु प्रताप सिंह महानगर बजरंग दल सहसंयोजक राहुल गुप्ता दीक्षा श्रीवास्तव सुनीता संध्या सुनीता गुप्ता गीता तिवारी माया गुप्ता प्रशंसा तिवारी सीमा श्रीवास्तव मनोरमा पाल सोनल तिवारी सलोनी गुप्ता कोमल गुप्ता आशा सिंह चौहान आदित्य श्रीवास्तव सागर यादव और सीजन चिंताराम समेत मुख्य रूप से सैकड़ों कार्यकर्ता एवं विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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