सफलता की चाभी है विद्यार्थी परिषद : सुनील बंसल

एबीवीपी ने आयोजित किया पूर्व कार्यकर्ता स्नेह मिलन

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय के संवाद भवन में रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रान्त द्वारा पूर्व कार्यकर्ता स्नेह मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एबीवीपी के पूर्व राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री तथा वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में लम्बा कार्य का अनुभव रहा है, मैंने अपने जीवन की आधी जिंदगी विद्यार्थी परिषद में दिया। जिस छात्र संगठन में मैंने कार्य किया उसका आज राजनितिक जीवन में बहुत प्रभाव पड़ा। हम समाजिक जीवन में क्या कर सकते हैं, हमारा उद्देश्य यह होना चाहिए। निश्चित रूप से मैं यह दावे के साथ कह सकता हूँ कि विद्यार्थी परिषद में कार्य किया हुआ कार्यकर्ता समाज के किसी भी क्षेत्र में जाए वह कभी असफल नहीं हो सकता। सफलता की कुंजी विद्यार्थी परिषद है। साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व कार्यकर्ताओं को व्यवस्था में वर्तमान कार्यकर्ताओं की हर संभव सहायता करनी चाहिए। विद्यार्थी परिषद को किस प्रकार से मजबूत करें, हमे यह सुनिश्चित करना है। हम समाज के किसी भी क्षेत्र में हों हमें राष्ट्र प्रथम के भाव से काम करना है। भारत विरोधी शक्तियाँ भारत को तोड़ने की साजिश कर रही हैं, हमें एक जिम्मेदार राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ता होने के नाते ऐसी राष्ट्र विरोधी ताकतों से जमकर सामना करने की आवश्यकता है। 

एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के विशेष आमंत्रित सदस्य डॉo राजशरण शाही ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन हैं, ये वर्ष हमारे कार्य की दृष्टि से अत्यंत ही महत्वपूर्ण वर्ष हैं, विद्यार्थी परिषद की यह वैचारिक यात्रा पूर्व और वर्तमान कार्यकर्ताओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। भारत में ज्ञान और विज्ञान की एक बहुत बड़ी परंपरा थी, विदेशी आक्रांताओ के द्वारा हमसे हमारे इतिहास, दर्शन तथा शिक्षा को बदलने का कार्य किया एबीवीपी की यशस्विता में लगातार वृद्धि हुई। एबीवीपी अन्य छात्र संगठनों से भिन्न इसीलिए हैं कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में कथनी और करनी मे कोई अंतर नहीं है, विद्यार्थी परिषद किसी आंदोलन की उपज नही है बल्कि एबीवीपी की स्थापना एक वैचारिक अधिष्ठान के रूप में हुई, एबीवीपी मात्र समस्या नही बल्कि समस्याओं को उठाने के साथ ही उसका समाधान दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करती हैं, एबीवीपी के कार्यकर्ता अखंड भारत के उद्देश्य को लेकर कार्य करते हैं। 

एबीवीपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, दक्षिण बिहार विश्वविद्यालय, गया, बिहार के कुलपति व कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में उपस्थित प्रोo केo एनo सिंह ने कहा कि एबीवीपी जैसे छात्र संगठन में कार्य करना हमारे लिए ऊर्जा का स्त्रोत हैं, एबीवीपी एक अनूठा छात्र संगठन हैं। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने अपने आप को समाज में एक रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया हैं। एबीवीपी ने जीवन में वीज़न और मिशन दिया है। आज एबीवीपी के कार्यकर्ता समाज के प्रत्येक क्षेत्र में नेतृत्व करने का कार्य कर रहे हैं, वे समाज परिवर्तन के वाहक हैं।

एबीवीपी द्वारा आयोजित पूर्व कार्यकर्ता स्नेह मिलन कार्यक्रम मे एबीवीपी की वार्षिक पत्रिका स्मृति मंजूषा का विमोचन किया गया। 

पूर्व कार्यकर्ता के रूप में अनुभव कथन करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री व बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद में कार्य करना एक सौभाग्य है। मेरे जैसे अत्यंत सामान्य परिवार के व्यक्ति का समाज के इस प्रतिष्ठित पद पर पहुंचना मात्र विद्यार्थी परिषद की देन है। विद्यार्थी परिषद ने ही मुझे गढा और मेरे जैसे हजारों हजार कार्यकर्ताओं को विद्यार्थी परिषद निरंतर गढ़ने का कार्य करती है, जो समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में बड़े-बड़े पदों पर आसीन होकर समाज परिवर्तन के लिए कार्य कर रहे हैं। अनुभव कथन करते हुए पूर्व महानगर अध्यक्ष प्रो. आर. डी. राय ने कहा कि एक शिक्षक कार्यकर्ता के रूप में विद्यार्थी परिषद से जुड़ना अनूठा अनुभव था। यह ऐसा संगठन है जहां बड़े छात्र समुदाय को संयमित और सकारात्मक दिशा में उर्जा लगाने हेतु प्रेरित करने की आवश्यकता को पूरा करने का कार्य शिक्षक करते हैं। इस संगठन में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है ठीक उसी प्रकार जैसे एक विद्यार्थी को शिक्षक ही सही दिशा का ज्ञान कराता है उसी प्रकार से विद्यार्थी परिषद में बड़े छात्र समूह को सही दिशा देने का कार्य शिक्षा कार्यकर्ता करता है। उस रूप में एक शिक्षक और छात्र के बीच में अनूठा संबंध विद्यार्थी परिषद में जीने को मिला है।

आभार व्यक्त प्रान्त अध्यक्ष प्रोo सुषमा पांडेय तथा मंच संचालन प्रान्त मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रान्त संगठन मंत्री आनंद गौरव, डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. ओ पी सिंह, डॉ. समीर सिंह, डॉ. सत्येंद्र सिन्हा, प्रवीण गुंजन, कार्यक्रम संयोजक नवनीत शर्मा, धर्मवीर सिंह, जीतू चौधरी, संतोष दत्त राय, डॉ. राजेश आदि उपस्थित रहे।

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