शहीदों की आत्मा की शांति हेतु भगवान से की प्रार्थना

शौर्य और साहस का दूसरा नाम थे बिपिन रावत

गोरखपुर। राष्ट्र वंदन समिति के तत्वाधान में गुरुवार को भारत के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत समेत 12 अन्य लोग जो कल एक हृदय विदारक दुर्घटना में शहीद हो गए उनको समिति के पदाधिकारियों ने महानगर स्थित वैष्णवी लान में दीप प्रज्वलन कर अंतिम प्रणाम किया एवं उनकी आत्मा की शांति हेतु भगवान से प्रार्थना की और 2 मिनट का मौन रखा।

समिति के अध्यक्ष विजय खेमका एवं दुर्गेश ने कहा कि बिपिन रावत जी का असमय जाना भारत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने आगे कहा कि बिपिन रावत जी ने अपने कार्यकाल में सेना में सुधार के जो प्रयास किए साथ ही सीडीएस की तौर में सेना के तीनों अंगों में समन्वय का कार्य सेना के आधुनिकरण का कार्य आदि जैसे महत्वपूर्ण कार्य को संपादित कर रहे थे ऐसे में उनका असमय जाना एक दुखद समाचार है जो भारत के लिए अपूर्ण नीय क्षति है। उन्होंने सेना के आधुनिक रूप देने के लिए जो प्रयास किए वह अनुकरणीय है। भारत की सेना विश्व में नंबर वन सेना के रूप में जिस दिन सामने आएगी वह दिन बिपिन रावत जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि का दिन होगा आज पूरा देश मर्माहत है हर बच्चा हर नौजवान माताएं बहने अपने आंखों में आंसू लेकर देश के जवान को प्रणाम कर रही है। असमय काल के गाल में समा गए सभी लोगों के प्रति भगवान से प्रार्थना करते है कि भगवान उन सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और एवं उन सब को अपने श्री चरणों में स्थान दे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से विनीता पांडे सुनी षा श्रीवास्तवा राजू लोहारका अशोक सिंह मुकेश दुआ देवी लाल गुप्ता रूपरानी रीता जी अमित दत्त पांडे सूर्यनाथ सिंह वसुंधरा पांडे संजय श्रीवास्तव हर्षदीप सिंह डॉ राघवेंद्र सिंह इं0 अंकुर सहाय राहुल दुबे विवेक अस्थाना नाडु रामानंद मद्धेशिया राधे समेत भारी संख्या में राष्ट्र वंदन समिति के पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे। 

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