शौर्य और साहसी बिपिन रावत को नमन, दी गई दीपांजलि

वीर सपूतों की याद में की गई तीन सौ वीं गुरुवारिया महाआरती

गोरखपुर। सूर्यकुण्ड धाम जीर्णोद्धार समिति के तत्वाधान में देश के प्रथम सीडीएस बिपिन रावत समेत 12 अन्य लोगो को शहीद होने पर सूर्यकुण्ड धाम परिसर में गुरुवार को दो मिनट का मौन रखकर दुःख प्रकट किया गया। कल एक वीर योद्धा को देश ने खो दिया। इस घटना से समूचा देश मर्महत है। समिति ने नम आंखों से दुर्घटना में शहीद हुए सभी के प्रति दुःख प्रकट करते हुए उन सभी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इसके साथ ही सीडीएस विपिन सिंह रावत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर अंतिम प्रणाम किया एवं उनकी आत्मा की शांति हेतु भगवान से प्रार्थना की। 

समिति के उपाध्यक्ष अमरदीप एवं समरेंदु सिंह ने कहा कि बिपिन रावत जी का असमय जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि बिपिन रावत जी ने अपने कार्यकाल में सेना में सुधार के जो प्रयास किए हैं उसे देश कभी नहीं भूल सकता है। इसके साथ ही सीडीएस के पद पर कार्यरत सेना के तीनों अंगों में समन्वय का कार्य सेना के आधुनिकरण का कार्य आदि जैसे महत्वपूर्ण कार्य को संपादित कर देश के दुश्मनो लोहे चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। पाक और चीन को वे भारत का प्रथम व द्वितीय दुश्मन मानते थे। ऐसे में उनका असमय जाना एक दुखद समाचार है जो भारत के लिए अपूर्ण नीय क्षति है। उन्होंने सेना के आधुनिक रूप देने के लिए जो प्रयास किए वह अनुकरणीय है। भारत की सेना विश्व में नंबर वन सेना के रूप में जिस दिन सामने आएगी वह दिन बिपिन रावत जी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि का दिन होगा आज पूरा देश मर्माहत है।

समिति के लोग आंखों में आंसू लेकर देश के जवान को नमन करते है। असमय काल के गाल में समा गए सभी लोगों के प्रति भगवान से प्रार्थना करते है कि भगवान उन सभी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और एवं उन सभी को भगवान विष्णु अपने श्री चरणों में स्थान दे।

गुरुवारिया आरती में आज 300वीं महाआरती को देश वीर सपूतों की याद में किया गया। वीर शहीदों आत्मा की शांति के लिए आरती हुआ। मां गंगा सभी मृतात्मा के शांति व उनके परिवार वालों को साहस प्रदान करने कामना की गई।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमरदीप गुप्ता, समरेन्दु सिंह, प्रतिक सिंह, रामचन्द्र मौर्य, दिव्य प्रताप सिंह गोलू, रिद्धि सिद्धि गुप्ता, शीतल मिश्र, अमन गुप्ता,  मोनु शर्मा, उमेश गुप्ता, अमित श्रीवास्तव, त्रिलोकीनाथ बारी, हरिनारायण गुप्ता, सूरज शर्मा, राम सिंह प्रजापति सहित स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे।

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