गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान

 

ताकि खिचड़ी मेला में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को कोरोना पहुंचा न पाए क्षति

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में मनाए जाने वाले खिचड़ी पर्व पर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को कोरोना क्षति न पहुंचा सके इसको लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग विभाग सतर्क है। खिचड़ी मेला में स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगा दिया है। कोरोना संक्रमण का प्रसार तेज है। श्रद्धालुओं को सेनेटाइजर कर और मास्क लगा कर ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है।

कोरोना संक्रमण का प्रसार तेज है। ऐसे में गोरखनाथ मंदिर में मनाए जाने वाले खिचड़ी पर्व पर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को कोरोना क्षति न पहुंचा सके, इसको लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग विभाग सतर्क है। खिचड़ी मेला में स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगा दिया है, जहां लोगों की कोरोना व सामान्य जांच तथा उपचार किया जाएगा। इसके लिए दो बेड का अस्पताल भी बनाया गया है। तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 24 घंटे डाक्टर, स्टाफ नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। मंदिर के आसपास के 10 अस्पतालों को 24 घंटे इमरजेंसी सेवा बहाल रखने का निर्देश दिया गया है।

खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं का रेला

खिचड़ी पर्व गोरखनाथ मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मेला परिसर में कैंप व अस्पताल बनाया है। साथ ही गुरु श्रीगोरक्षनाथ चिकित्सालय समेत आसपास के 10 अस्पतालों को इमरजेंसी सुविधा के लिए सतर्क किया गया है। खिचड़ी मेले में गोरखपुर व आसपास के जिलों के अलावा बिहार व नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। तबीयत खराब होने पर उन्हें कोई दिक्कत न हो, इसकी पूरी व्यवस्था मंदिर परिसर में की गई है। 24 घंटे एंबुलेंस भी वहां मौजूद है। तबीयत गंभीर होने पर उन्हें एंबुलेंस से अन्य अस्पताल में भेजा जाएगा।


इन अस्पतालों में होगा इलाज 

-गुरुश्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय

-आनंद लोक हास्पिटल गोरखनाथ

-गोरखपुर चिकित्सालय एंड रिसर्च सेंटर राजेंद्र नगर

-शतायु हास्पिटल सोनौली रोड

-कन्हा हेल्थ केयर सोनौली रोड

-ईशिता हास्पिटल

-जेपी हास्पिटल निकट गोरखनाथ

-कात्यायनी हास्पिटल गोरखपुर

-खेतान हास्पिटल गोरखपुर

-एक अन्य अस्पताल।


हालत गंभीर होने पर श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा अस्‍पताल

सीएमओ डा. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि खिचड़ी मेले को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सामान्य रूप से बीमार होने पर श्रद्धालुओं का वहीं उपचार किया जाएगा। गंभीर होने पर एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल भेजा जाएगा। इसके लिए मंदिर के आसपास के 10 अस्पतालों को इमरजेंसी सुविधा की व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे उपचार की सभी व्यवस्था कर लें। ताकि रोगियाें को राहत दी जा सके।

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