विद्वान् और दार्शनिक के साथ बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे स्वामी विवेकानंद जी : प्रो सुषमा

एबीवीपी द्वारा स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर किया माल्यार्पण, क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ

 

गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में बुधवार को राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती के पूर्व संध्या पर छात्र संघ चौराहा स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रधांजलि दी गयी तथा प्रेमचंद्र नगर इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 

इस अवसर परपर एबीवीपी गोरक्ष प्रान्त की प्रान्त अध्यक्ष प्रो० सुषमा पांडेय ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान संत, विद्वान् और दार्शनिक थे स्वामी विवेकानंद बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे, स्वामी विवेकानंद का दर्शन, आदर्श और काम करने का तरीका भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत हो सकते हैं। भारतीय अध्यात्म और संस्कृति को विश्व में अभूतपूर्व पहचान दिलाने का सबसे बड़ा श्रेय स्वामी विवेकानंद को जाता हैं, स्वामी विवेकानंद ने भारत का प्रतिनिधित्व सम्पूर्ण विश्व में किया। उन्होंने भारत की मिट्टी को पहचान दिलाया,स्वामी विवेकानंद के जीवन में कई भिन्न-भिन्न प्रकार की विपत्तियां आई, लेकिन उन सभी विपत्तियों के बावजूद भी स्वामी विवेकानंद कभी सत्य के मार्ग से नहीं हटे और अपने जीवन भर लोगों को ज्ञान देने का कार्य किया साथ ही अपने इन्हीं विचारों से उन्होंने पूरे विश्व को भी प्रभावित किया तथा भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करने का कार्य किया। स्वामी विवेकानंद एक ऐसे व्यक्ति थे, जो अपने जीवन के बाद भी लोगो को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं तथा जिनके जीवन से हम सदैव कुछ ना कुछ सीख सकते हैं।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में महानगर के शिक्षक व छात्र कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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